लखनऊ: राजधानी लखनऊ के मुंशीपुलिया चौराहे पर देर रात अराजकता का माहौल देखने को मिला, जब दबंगों ने बीच सड़क पर एक युवती की बेरहमी से पिटाई कर दी। वारदात के दौरान पुलिस नदारद रही, जिससे असामाजिक तत्वों के हौसले और बुलंद नजर आए।
आपसी रंजिश में जीजा-साली ने दोस्त के साथ मिलकर किया हमला
जानकारी के मुताबिक, मारपीट की यह घटना आपसी रंजिश का परिणाम बताई जा रही है। पीड़िता के अनुसार, हमला करने वालों में उसका जीजा और साली शामिल थे, जो अपने एक दोस्त के साथ सिल्वर इनोवा (UP78BH4908) से पहुंचे थे। तीनों ने मिलकर बीच सड़क पर युवती को पीटा, जिससे उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं।
पहले भी दी थी जान से मारने की धमकी
पीड़िता का आरोप है कि हमला करने वाले शाहबाज का आपराधिक इतिहास रहा है और वह हाल ही में जेल से छूटकर आया है। उसने दावा किया कि कुछ दिन पहले भी इन लोगों ने उसके घर आकर जान से मारने की धमकी दी थी, जिसकी शिकायत गाजीपुर थाने में दर्ज कराई गई थी। हालांकि, पुलिस ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
लोहिया अस्पताल में भर्ती, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
गंभीर रूप से घायल युवती को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि इलाके में आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
मुंशीपुलिया बना हुड़दंगई का अड्डा, पुलिस की अनदेखी जारी
स्थानीय लोगों का कहना है कि मुंशीपुलिया चौराहे पर देर रात तक अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां कई दुकानें पुलिस की सरपरस्ती में देर रात तक खुली रहती हैं, जिससे असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। बावजूद इसके, पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
प्रशासन कब उठाएगा सख्त कदम?
इस घटना ने एक बार फिर लखनऊ में कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है। सवाल यह है कि कब तक अपराधियों के हौसले यूं ही बुलंद रहेंगे और कब पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर होगी?
Edited by Hari Bhan Yadav