भारत का पश्चिम बंगाल राज्य इसके दक्षिण में है । अंग्रेजी, गोर्खा खस भाषा, लेप्चा, भूटिया, लिम्बू तथा हिंदी आधिकारिक भाषाएँ हैं । हिन्दू तथा बज्रयान बौद्ध धर्म सिक्किम के प्रमुख धर्म है । 16 मई 1975 को सिक्किम का आधिकारिक रूप से भारतीय संघ में विलय हो गया था और यह देश का 22 वां राज्य बना था ।
बौद्ध भिक्षु गुरु रिन्पोचे का 8वीँ सदी में सिक्किम दौरा सिक्किम से सम्बन्धित सबसे प्राचीन विवरण है । अभिलेखित है कि उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार किया, सिक्किम को आशीष दिया तथा कुछ सदियों पश्चात आने वाले राज्य की भविष्यवाणी की । मान्यता के अनुसार 14वीँ सदी में ख्ये बुम्सा, पूर्वी तिब्बत में खाम के मिन्यक महल के एक राजकुमार को एक रात दैवीय दृष्टि के अनुसार दक्षिण की ओर जाने का आदेश मिला । इनके ही वंशजों ने सिक्किम की राजतन्त्र की स्थापना की । 1642 में ख्ये के पाँचवें वंशज फुन्त्सोंग नामग्याल को तीन बौद्ध भिक्षु - जो कि उत्तर, पूर्व तथा दक्षिण से आये थे, द्वारा सिक्किम का प्रथम चोग्याल (राजा) घोषित किया गया । इस प्रकार सिक्किम में राजतन्त्र का आरम्भ हुआ ।
फुन्त्सोंग नामग्याल के पुत्र, तेन्सुंग नामग्याल ने उनके पश्चात 1670 में कार्य-भार संभाला । तेन्सुंग ने राजधानी को युक्सोम से रबदेन्त्से स्थानान्तरित कर दिया । 1700 में सिक्किम पर भूटान का आक्रमण हुआ जिसमें चोग्याल की अर्ध-बहन था, जिसको राज-गद्दी से वंचित कर दिया गया था । तिब्बतियों की सहयता से चोग्याल को राज-गद्दी पुनः सौँप दी गयी । 1717 तथा 1733 के बीच में सिक्किम को नेपाल तथा भूटान के अनेक आक्रमणों का सामना करना पड़ा जिसके कारण अन्तत: रबदेन्त्से का पतन हो गया । 16 मई 1975 को सिक्किम का आधिकारिक रूप से भारतीय संघ में विलय हो गया था और यह देश का 22 वां राज्य बना ।