अयोध्या
अयोध्या में सरकारी बंजर भूमि पर कब्जा करके योगी प्रभाकर मौर्य ने CM योगी का मंदिर बनवाया है। यह आरोप प्रभाकर मौर्य के चाचा राम नाथ मौर्य ने लगाया है। उन्होंने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि बड़े भाई जगन्नाथ और उनकी भूमि मुश्तरका है । पीड़ित रामनाथ मौर्य ने पूरे मामले में जांच कराने की मांग की है ।
वहीं, योगी का मंदिर बनवाने वाले प्रभाकर मौर्य ने चाचा के आरोपों को फर्जी बताते हुए दावा किया कि उन्होंने मन्दिर अपने पुश्तैनी खेत की जमीन पर बनवाया है ।
आरोप है कि बड़े भाई के पुत्र प्रभाकर मौर्य द्वारा बंटवारे के बाद भी उसका हिस्सा नहीं दिया जा रहा है । जिसे लेकर कई बार विवाद की स्थिति हुई, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ । आरोप है कि जिस भूमि पर योगी का मंदिर बनवाया गया है । उस पर आम के तीन पेड़ और चार बांस के कोठ था । जिसे अकेले प्रभाकर मौर्य काट कर उठा ले गए।
चाचा रामनाथ मौर्य ने शिकायती पत्र में कहा गया है कि जिस भूमि पर पेड़ लगे थे वह ग्राम समाज की बंजर भूमि है । जिस पर मंदिर बनवा दिया गया है । इतना ही नहीं जिस जमीन पर शनिदेव की मूर्ति लगी है, वह गाटा संख्या 41 बाग है । जिसका रकबा 73 एयर है । जो उसका और भाई का आधा-आधा होता है । शिकायती पत्र में कहा गया है कि कब्जा करने की नीयत से शनिदेव की मूर्ति लगवा दी गई ।
पीड़ित रामनाथ मौर्य ने पूरे मामले में जांच कराने की मांग की है । वहीं, योगी का मंदिर बनवाने वाले प्रभाकर मौर्य ने चाचा के आरोपों को फर्जी बताते हुए दावा किया कि उन्होंने मन्दिर अपने पुश्तैनी खेत की जमीन पर बनवाया है । सोहावल तहसीलदार पवन कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है । शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी ।